गुरुवार, 4 मार्च 2010

क्या होगा भगवान..!!!

क्या होगा भगवान , इन कलयुग के अवतारों का
फूटा भांडा इस ''इच्छाधारी ''के व्यभिचारों का ,

नतमस्तक होती जहाँ दुनिया ,तेरे चरणों में ,
'मुक्ति का द्वार है' वर्णित है चारों वर्णों में

हाय ,सबकी किस्मत फूटी ,जाएँ अब किस ओर ,
तेरे नाम की दुकान पर, बैठे दुष्कर्मी ,पापी चोर

बोलो कैसे ?सुधरेगा जीवों का कलुषित जीवन ,
बगुले रहेंगे हमको ठगते, इसी तरह आजीवन

देखो इस ढोंगी को कैसे संत कहाता था ,
प्रभु नाम की ओट में महापुरुष कहलाता था

खुली पोल दुनिया ने देखा ?कैसा आडम्बर ''
शैतान के चोले में छुपा बैठा था ''सौदागर '

दुष्ट अधर्मी ने धर्म का किया, गडबड झाला ,
फूलों की जगह अब पहनाओ, जूतों की माला

कुछ करो प्रभु इन दुष्टों के संहार की ,
कब तक भक्त करें प्रतीक्षा , अगले अवतार की ,

आओ प्रभु बचाओ' यश ' अपने देश महान का ,
''कमलेश ''देश का बच्चा -बच्चा भूखा है स्वाभिमान का

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kamlesh