मंगलवार, 2 मार्च 2010

आमद ...!!

मूंदी ही थी आँखें मैंने ,लगा आमद हुई है आपकी ,

हवा ने गिरा दिया आंचल ,लगा आमद हुई है आपकी

सिहरा बदन रेशमी सी छुवन ,लगा आमद हुई है आपकी

कसमसाये अरमां दिल के मेरे, लगा आमद हुई है आपकी .
''कमलेश''

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kamlesh