मंगलवार, 20 अप्रैल 2010

बाकी तो सब धोखा है..!!


  • बाटों खुशियाँ इस जीवन में,
  • कल को किसने देखा है;

  • यही सत्य है इस जीवन का,
  • बाकी तो सब धोखा है ;

  • सत्कर्मों का उद्यम कर लो,
  • दुष्कर्मों से दूर रहो;

  • मृत्यु के तुम भय को त्यागो,
  • जीवन से भरपूर रहो;

  • कर्मों से किस्मत को मोड़ो,
  • उस पर ही विश्वास करो;

  • दीन-हीन की सेवा में ही ,
  • तीरथ गंगा घाट करो;

  • स्वर्ग नर्क की परिभाषा को,
  • निजकर्मों से बदलो तुम ;

  • कर्म हमारा भाग्य बनात
  • जैसा मर्जी लिख लो तुम

kamlesh verma

1 टिप्पणियाँ:

अरुणेश मिश्र ने कहा…

नीतिपरक अच्छी पोस्ट ।

kamlesh