सोमवार, 1 फ़रवरी 2010

इनको किस बात की पद्म श्री ...!!!??

एलिया जी, का आज लेख पढ़ बड़े दिनों से मन के भीतर चल रहे प्रश्न ने आज एक लेख लिखने ओर एक प्रश्न का उत्तर ढूँढने कि किस बात के लिये, सैफ अली जैसे विवादस्पद साधरण एक्टर को किस उपलब्धी के लिये इतने आदर योग्य सम्मान , दिया जा रहा है . एक ऐसे एक्टर को जो समाज को इस वक्त यही सन्देश दे रहा है, की जबतक कोई औरत या लडकी पसंद है तब तक ऐस करो ,फिर उसको छोड़ कोई कपूर सपूर खानदान की अपने उम्रचाहे जितनी भी छोटी हो ,उसके साथ आशिकी करो ओर मीडिया उसे इस तरह दिखाए ओर महिमा मंडित करे, किपता नही जनाब ,कितना बड़ा पुन्य का काम कर रहे हैं ,;;अरे देखो सैफ अपनी शूटिंग छोड़ नैरोबी से करीना केजन्म दिन के लिये मुंबई रहे हैं ??कमाल का बलिदान है कितनी दूर से बेचारा हवाई -जहाज में इतनी दूर सेसिर्फ'' हैप्पी बर्थडे ''कहने आया ,;;कोई भी ऐसा ''सैक्रिफायिस ''करेगा तो वह भी पद्मश्री के लिये सुपात्र हो जायेगाऐसी कोई फिल्म भी तो नही जिसमे इश्क मुस्क के अलावा ओर कोई संदेश हो ....
जनाब की खुश किश्मती कही जाएगी, यह मुंबई के वासी नही तो ... ,अरे कोई तो बताये? यह दोनों समाज कौन सी
दिशा दशा सुधारने का सन्देश दे रहें हैं ,एलिया जी का कहना ठीक है ऐसे सम्मानों को देने में योग्यता नही एप्रोचदेखी जाती ,काश हमारे बीच में कितने योग्य एवम विद्वान् विभूतियाँ जिनको पूरी जिन्दगी अपनी साधना करनेका कोई फल या सम्मान नही मिलता जिसके वह असली हकदार होते हैं,उन्हें यह सम्मान देकर उस व्यक्ति एवमसम्मान का खुद सम्मान बढाया ,जा सकता हैएक तरफ गधों को बर्फी खिलाई जा रही है ,हमारे देश के नेताओंको कब अक्ल आएगी ,कि अगर किसी को सम्मान देना है, तो उनकी नजर में वह मनीषी क्यों नही आते ,जिनकेउपर देश को अभिमान हो , इन जैसे एक्टर जिनको आरम्भ में यही लोग नही समझ पाते थे ये श्री मान है या ...ओरकुछ ,इनको पद्मश्री देकर पता नही क्यूँ गदगद हो रहें हैं ,इससे समाज , देश ,का कोई हित होने वाला हैसिर्फ वही कहावत ''अंधेर नगरी चौपट राजा '' चरितार्थ हो रही है

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kamlesh