सब तरफ से लग रहा है जोर इस बात का ,
कैसे मनोबल तोडा जाये इस जमात का ॥
लगे हुए हैं सत्ता के ''चतुर ''इनको उलझाने में ,
घुटे' गुरु घंटालों '' को ये भी लगे हैं समझाने में ॥
नही -है इतना आसां हल करना ,इस मुद्दे को ,
जैसे ''हड्डी'' से दूर करना मुस्किल होता कुत्ते को '॥
पर इस कवायद का कोई ना कोई वाद बनेगा ,
जो भी बनेगा वो इतिहास में एक अपवाद बनेगा ॥
जनतंत्र को ''प्रजा-तन्त्र ''इनका ये मनन अनोखा है ,
चुनाव से पहले ''जन '' ,बाद ''प्रजा ''को देते धोखा है ॥
पर ''अन्ना'' की इस आंधी में, ये सब बह जायेंगे ,
जों बहेंगे इस आंधी के साथ वो ही कल बच पाएंगे ॥
''कमलेश''कोई समझाओ इन कम अक्ल के अंधों को ,
देश की जन-शक्ति ने ,पहले भी तोडा है ख़ूनी ''पंजे '' को ॥
मंगलवार, 14 जून 2011
सब तरफ से ...?
प्रस्तुतकर्ता कमलेश वर्मा 'कमलेश'🌹 पर मंगलवार, जून 14, 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें